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ई. कोलाई डायरिया

ई. कोलाई डायरिया का इलाज

ई. कोलाई बैक्टीरिया (E. Coli Bacteria) है जो जानवरों और लोगों के पाचन तंत्र में रहते हैं। हर कोई के शरीर में होते ही हैं, और वे आमतौर पर कोई भी समस्याएं पैदा नहीं करते हैं। लेकिन ई. कोलाई के विभिन्न प्रकार होते हैं। कुछ प्रकार बीमारी का कारण बनते हैं। कुछ खाने या पीने में इनमें से किसी एक प्रकार से संक्रमित हो तो दस्त और अन्य लक्षण हो सकते हैं।

जब ई. कोलाई बीमारी का कारण बनता है, तो यह आमतौर पर पाचन तंत्र में ही होता है। लेकिन कभी-कभी, जब यही ई. कोलाई शरीर के उन क्षेत्रों में पहुँच जाता है, जहां पर यह सामान्य रूप से नहीं रहता है, तब बीमारी का कारण बन सकता है। उदाहरण के लिए, अगर ई. कोलाई मूत्र पथ के संक्रमण का कारण बन सकता है यदि यह मूत्र पथ में आ जाता है।

  • पाचन तंत्र के ई. कोलाई संक्रमण के लक्षणों में शामिल हैं:

    • दस्त – यह पानी या खूनी, और हल्के या गंभीर हो सकता है
    • पेट में दर्द होना 
    • उल्टी – बच्चों में जब एक विशिष्ट प्रकार के ई. कोलाई से संक्रमित होने पर ज़्यादा उल्टी होती है

    जब ई. कोलाई जो खूनी दस्त का कारण बनता है, तब कभी-कभी गुर्दे या रक्त में भी समस्याएं पैदा कर सकता है। यह आम नहीं है, लेकिन ऐसा होने पर गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

अपने चिकित्सक या डॉक्टर को तुरंत जाँच के लिए देखें यदि:

  • आपको 24 घंटे में 6 से अधिक, बहने वाली मल त्यागना हुआ, या दस्त जैसा है
  • आपको खूनी दस्त हो रहे हैं
  • आपको 101.3ºF (38.5ºC) से अधिक बुखार, है जो एक दिन के बाद भी नहीं जाता है
  • आपको गंभीर पेट दर्द हो रहा है
  • आपको दस्त या बुखार है, और आपकी उम्र 70 वर्ष या उससे अधिक है

यदि आपके शरीर को दस्त के कारण बहुत अधिक पानी खो दिया है, तो आपको अपने डॉक्टर को तुरंत दीखाना चाहिए। 

इसे “निर्जलीकरण” यानी के डीहायड्रेशन (Dehydration) कहा जाता है। निर्जलीकरण के कुछ लक्षणों ऐसे होते हैं:

  • बहुत दस्त होना जो बहुत पानी वाले होते हैं
  • बहुत थकान महसूस होना
  • प्यास लगना 
  • मुंह या जीभ का सूखना
  • मांसपेशियों में ऐंठन होना 
  • चक्कर आना, खासकर जब आप खड़े होते हैं
  • उलझन होना 
  • मूत्र जो बहुत पीला है, या 5 घंटे से अधिक समय तक पेशाब करने की आवश्यकता नहीं है
  • ज्यादातर लोगों को ई. कोलाई के लिए परीक्षणों की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन डॉक्टर कदाचित चाहते हों की:

    • अपने मल त्याग के नमूने का परीक्षण यानी के टेस्ट (Stool Test)
    • रक्त टेस्ट यानी के ब्लड टेस्ट (Blood Test)

    जब ई. कोलाई के प्रकार जो खूनी दस्त का कारण बनता है, तब कभी-कभी गुर्दे या रक्त में भी समस्याएं पैदा कर सकता है। यदि आप ई. कोलाई से बीमार हो जाते हैं, तो डॉक्टर इन समस्याओं की जाँच के लिए भी परीक्षण कर सकते हैं।

बहुत से लोगों को किसी विशिष्ट उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। ई. कोलाई से होने वाले दस्त का आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज नहीं किया जाता है। दस्त का कारण बनने वाले ई. कोलाई के कुछ प्रकार को जब एंटीबायोटिक्स से इलाज करने पर वास्तव में बीमारी और बदतर बना सकती है। लेकिन अगर ई. कोलाई शरीर के अन्य भागों में फैल कर लक्षणों का कारण बनता है, तो आपको एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता हो सकती है।

जो लोग निर्जलित हो जाते हैं, उन्हें एक पतली ट्यूब के माध्यम से तरल पदार्थ की आवश्यकता हो सकती है जिसे ‘आय-व्ही’ या “IV” कहा जाता है। यह ट्यूब आपकी एक नस में दलते हैं। यह उपचार आमतौर पर अस्पताल में दिया जाता है।

हाँ। यदि आपको दस्त है, तो आप ऐसा कुछ कर सकते हैं:

  • बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं जिनमें पानी, नमक, और चीनी हो। अच्छे विकल्प सूप शोरबा, और कोई भी रस जिस में पानी मिश्रित हैं। यदि आप पर्याप्त तरल पदार्थ पी रहे हैं, तो आपका मूत्र हल्का पीला या लगभग साफ हो जाएगा।
  • भूख लगने पर थोड़ा भोजन करें। अच्छे विकल्प — आलू, नूडल्स, चावल, दलिया, पटाखे, केले, सूप, और उबली हुई सब्जियां हैं। नमकीन खाद्य पदार्थ सबसे ज्यादा मदद करते हैं।

दस्त के लिए कोई भी ओवर-द-काउंटर (Over-The-Counter) दवाएं लेने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें। यदि आपको ई. कोलाई संक्रमण है, तो इनमें से कुछ दवाएं हानिकारक भी हो सकती हैं।

ई. कोलाई से संक्रमित होने और उसके फैलाने की अपनी संभावनाओं को कम करने के लिए, सुनिश्चित करें:

  • डायपर बदलने, खाना पकाने, खाने, बाथरूम जाने, कूड़ेदान निकालने या जानवरों को छूने के बाद अपने हाथ घिस कर अवश्य धोएं
  • दस्त होने पर काम या स्कूल से घर पर तब तक रहें जब तक आप बेहतर महसूस न करें
  • खाद्य सुरक्षा पर ध्यान दें। कुछ युक्तियाँ इस प्रकार हैं:
  •  अधपका दूध न पिएं या इससे बने खाद्य पदार्थ न खाए।
  •  फल और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह धो लें।
  • फ्रिज के तापमान को 40ºF से ज़्यादा ठंडा, और फ्रीजर को 0ºF से और कम तापमान पर रखें।
  • मांस और समुद्री भोजन को अच्छी तरह पकने दे।
  • अंडे को तब तक पकाएं जब तक कि जर्दी ठोस न हो।
  • कच्चे भोजन को छूने के बाद हाथ, चाकू, और कटिंग बोर्ड धोएं।

खाद्य सुरक्षा पर अधिक सुझावों के लिए, तालिका देखें।

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Dr. Harsh J Shah

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