बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस (माइक्रोस्कोपिक-कोलाइटिस)

13 माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस Blog

माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें पानी जैसे दस्त होते हैं। इसमें बृहदान्त्र या कोलन (Colon ) शामिल होते है, जो बड़ी आंत का दूसरा नाम है। सूक्ष्म कोलाइटिस के 2 प्रकार होते हैं — लिम्फोसाइटिक कोलाइटिस (lymphocytic colitis) और कोलेजनस कोलाइटिस (collagenous colitis) हैं। दोनों प्रकार समान लक्षण पैदा करते हैं, और एक ही तरह से इनके इलाज किए जाते हैं।

माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस तब होता है जब बृहदान्त्र यानी के कोलन में सूजन हो जाती है। लेकिन डॉक्टरों को हमेशा पता नहीं चलता कि बृहदान्त्र में सूजन का क्या कारण है। कुछ मामलों में, यह पाचन तंत्र में संक्रमण के कारण होता है। अन्य मामलों में, यह कुछ दवाओं के कारण होता है। उदाहरण के लिए, एक प्रकार के दवाओं जिसे नोन-स्टेरोईडल एंटी-इंफ़्लेमेटरी द्रगज (nonsteroidal anti-inflammatory drugs) या संक्षेप में “एनएसएआईडी” (NSAIDs) कहा जाता है, कभी-कभी सूक्ष्म बृहदांत्रशोथ का कारण बनता है।

सामान्यता, सूक्ष्म बृहदांत्रशोथ 45 और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में सबसे अधिक बार होता है। हालांकि लक्षण बहुत ही परेशान करने वाले होते हैं, लेकिन स्थिति जानलेवा नहीं होती है। इससे कैंसर जैसी गंभीर समस्या नहीं होती है।

  • माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस के कारण दस्त होता है जो बहुत ही पानी जैसा होता है किंतु खूनी नहीं होता है। अधिकांश लोगों को एक दिन में 4 से 9 पानी वाले मल त्याग होते हैं, लेकिन कुछ लोगों में उससे अधिक हो सकते हैं। यह दस्त हफ्तों से लेकर महीनों तक जारी रह सकते हैं। कभी-कभी, लोगों में अन्य लक्षण भी होते हैं। इनमें आमतौर पर वजन कम होना, पेट दर्द, या बहुत थकान महसूस करना शामिल होता है।

हाँ। आपका डॉक्टर एक परीक्षा करेंगे, और दस्त के अन्य कारणों को बाद करने के लिए और कई विभिन्न परीक्षणों करवाने का आदेश देंगे, जिसके बाद सूक्ष्म बृहदांत्रशोथ का निदान करेंगे।

इनमें शामिल हो सकते हैं:

  • रक्त परीक्षण
  • अपने मल त्याग के नमूने पर लैब परीक्षण
  • कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy) या लचीला सिग्मायोडोस्कोपी (flexible sigmoidoscopy) – यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो डॉक्टर को आपके बृहदान्त्र के अंदर देखने की सुविधा देती है। डॉक्टर एक कैमरा और प्रकाश वाली पतली ट्यूब को आपके अंत में आपके गुदा और बृहदान्त्र (कोलन) में डालते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान, डॉक्टर एक बायोप्सी नामक भी परीक्षण करेंगे। बायोप्सी के लिए, वह आपके कोलन से ऊतक के एक छोटा नमूना लेंगे। फिर एक अन्य डॉक्टर सूक्ष्मदर्शी बृहदांत्रशोथ की जांच के लिए एक माइक्रोस्कोप के तहत नमूनों को देखेंगे। यह बायोप्सी एकमात्र परीक्षण है जो यह सुनिश्चित करके लिए बता सकता है कि, क्या आपको सूक्ष्म बृहदांत्रशोथ है या नहीं।
  • इसका उपचार आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करता है। आमतौर पर, इसमें निम्नलिखित में से एक या अधिक उपचार करवाने होते हैं:

    • दवाई बदली जाती है – यदि आपके डॉक्टर सोचते हैं कि, आपके लक्षण आपके द्वारा ली गई दवाई के कारण हुए हैं, तो वह यह सलाह देगा कि आप उस दवाई को लेना बंद कर दें।
    • डायरिया रोधी दवाएं, जैसे कि लोपरामाइड (loperamide) – ये दवाएं आपके मल त्यागने की संख्या को कम करती हैं।
    • एक स्टेरॉयड दवा जिसे ब्यूडसोनाइड (budesonide) कहा जाता है – यह कुछ एथलीट अवैध रूप से लेने वाले स्टेरॉयड जैसा स्टेरॉयड नहीं हैं। यह दवा बृहदान्त्र में सूजन को कम करने में मदद करती है।

    यदि ये उपचार आपके लक्षणों को कम करने में पर्याप्त नहीं हैं, तो अपने चिकित्सक को बताएं। अन्य दवाएं या उपचार हैं जो और अच्छे से काम कर सकती हैं।

    कुछ लोगों को लंबे समय तक इलाज की आवश्यकता होती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि उपचार बंद करने के बाद कभी-कभी लक्षण वापस आते हैं।

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Dr. Harsh J Shah

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